WorldNews.Forum

LSA 2025: कराची की चमक, या फैशन इंडस्ट्री का खोखला प्रदर्शन? असली विजेता कौन?

By Shaurya Bhatia • December 12, 2025

कराची की चकाचौंध: एक दिखावा या असली बदलाव?

लक्स स्टाइल अवार्ड्स (Lux Style Awards) 2025 की मेजबानी के लिए कराची का नाम सामने आते ही, मनोरंजन और फैशन जगत में शोर मच गया है। हर साल की तरह, यह आयोजन पाकिस्तान की 'स्टाइल' और 'सफलता' की कहानी कहता है। लेकिन क्या यह वाकई सफलता है? या यह एक सालाना अनुष्ठान है जो इंडस्ट्री की गहरी दरारों को छिपाने का काम करता है? हम यहां सिर्फ विजेताओं की सूची पर बात नहीं करेंगे; हम उस अदृश्य शक्ति संतुलन पर बात करेंगे जो इन अवार्ड्स के पीछे काम करता है।

यह आयोजन सिर्फ पुरस्कार नहीं बांटता; यह 'स्वीकार्य' और 'अस्वीकार्य' के बीच की रेखा खींचता है। इस साल कराची को चुनना एक रणनीतिक कदम है। यह शहर, जो हमेशा से व्यावसायिक केंद्र रहा है, एक स्पष्ट संकेत देता है: **पाकिस्तान फैशन** अब सिर्फ कला नहीं, बल्कि एक बड़ा कॉर्पोरेट खेल है।

असली खेल: ब्रांड्स बनाम कलाकार

जो बात कोई नहीं कह रहा, वह यह है कि LSA अब क्रिएटिविटी का उत्सव कम, और प्रायोजकों का वार्षिक रोड-शो ज्यादा बन गया है। असली विजेता वे डिजाइनर या कलाकार नहीं होते जो ट्रॉफी उठाते हैं, बल्कि वे कॉर्पोरेट घराने होते हैं जो शो के पीछे खड़े होते हैं। यह 'ब्रांड एंडोर्समेंट' का चरम है। क्या आपने ध्यान दिया कि पिछले कुछ सालों में अवार्ड श्रेणियों में सूक्ष्म बदलाव आए हैं? यह बदलाव उपभोक्ता व्यवहार और विज्ञापन राजस्व को सीधा प्रभावित करते हैं। यह एक ऐसा चक्र है जहाँ 'स्टाइल' को एक उत्पाद के रूप में बेचा जाता है।

विपक्ष का दृष्टिकोण: कई स्थापित फैशन हस्तियां इस बात से नाराज़ हैं कि नई, सोशल मीडिया से प्रेरित प्रतिभाओं को अचानक प्रमुखता दी जा रही है, जबकि दशकों तक इंडस्ट्री को सींचने वाले कारीगरों को किनारे किया जा रहा है। क्या यह 'लोकतांत्रिकरण' है, या सिर्फ 'वायरल फैक्टर' को भुनाने की चालाकी? मेरा मानना है कि यह दूसरा है।

गहरा विश्लेषण: कराची और सांस्कृतिक पूंजी

कराची का चयन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह शहर आर्थिक शक्ति का केंद्र है। लाहौर की पुरानी कलात्मक विरासत के विपरीत, कराची 'तेज पैसा' और 'वैश्विक पहुंच' का प्रतीक है। LSA 2025 कराची में आयोजित करके, आयोजक स्पष्ट कर रहे हैं कि वे किस दिशा में जा रहे हैं: अधिक अंतर्राष्ट्रीय मान्यता और निवेश। यह पाकिस्तानी मनोरंजन उद्योग के वैश्वीकरण की ओर एक कदम है, लेकिन इसकी कीमत हमारी स्थानीय सांस्कृतिक जड़ों की अनदेखी हो सकती है। यह एक ऐसा सांस्कृतिक निर्यात है जो अपनी मूल पहचान को धुंधला कर सकता है।

हमें यह भी देखना होगा कि इस इवेंट के आसपास होने वाली राजनीति क्या है। कौन किसका समर्थन कर रहा है? कौन बहिष्कार कर रहा है? इन छोटी-छोटी दरारों में ही इंडस्ट्री की असली ताकत और कमजोरी छिपी होती है। यह सिर्फ लाल कालीन की चमक नहीं है, यह सत्ता का प्रदर्शन है।

भविष्यवाणी: आगे क्या होगा?

मेरी भविष्यवाणी स्पष्ट है: अगले तीन वर्षों में, LSA में पारंपरिक फैशन डिजाइनरों की भागीदारी और कम होगी। इसके बजाय, हम 'डिजिटल फैशन इन्फ्लुएंसर' और 'ई-कॉमर्स ब्रांड्स' को प्रमुख श्रेणियों में हावी होते देखेंगे। अवार्ड शो का प्रारूप और अधिक इंटरैक्टिव और कम औपचारिक हो जाएगा, जो सीधे टिकटॉक और इंस्टाग्राम ट्रेंड्स से जुड़ा होगा। जो संस्थान इस बदलाव को स्वीकार नहीं करेंगे, वे धीरे-धीरे अप्रासंगिक हो जाएंगे। यह एक कठोर लेकिन आवश्यक विकास है।

अंतिम विचार: लक्स स्टाइल अवार्ड्स 2025 को एक उत्सव के रूप में देखना बंद करें और इसे एक बाज़ार अनुसंधान रिपोर्ट के रूप में देखें। यह बताता है कि पैसा कहाँ जा रहा है, और अगले बड़े सितारे कौन होंगे।