ब्लॉकचेन: अपराधियों को पकड़ने का हथियार या निगरानी का नया हथियार? अनकहा सच!
ब्लॉकचेन (Blockchain) को हमेशा विकेंद्रीकरण और वित्तीय स्वतंत्रता का प्रतीक माना गया। लेकिन अब, थॉमसन रॉयटर्स जैसी दिग्गज संस्थाएं इसे अपराधियों को पकड़ने (catching criminals) के एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में पेश कर रही हैं। यह कहानी का केवल एक पहलू है। असली सवाल यह है: जब तकनीक जो निगरानी से बचने के लिए बनाई गई थी, अब निगरानी का सबसे बड़ा माध्यम बन रही है, तो इसका वास्तविक विजेता कौन है? यह लेख ब्लॉकचेन तकनीक के इस खतरनाक मोड़ का विश्लेषण करेगा।
वह अनकहा सच जो कोई नहीं बता रहा
क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन को गुमनाम (anonymous) माना जाता था। लेकिन यह एक भ्रम था। ब्लॉकचेन पर हर लेनदेन स्थायी रूप से दर्ज होता है। यह एक सार्वजनिक खाता-बही (public ledger) है। कानून प्रवर्तन एजेंसियां, विशेष रूप से एफबीआई और अन्य वैश्विक निकाय, अब उन्नत फोरेंसिक उपकरणों का उपयोग करके इन सार्वजनिक लेजरों से अपराधियों को ट्रैक कर रहे हैं। यह ब्लॉकचेन फोरेंसिक (blockchain forensics) की नई क्रांति है। यह सिर्फ बिटकॉइन चोरों को पकड़ने के बारे में नहीं है; यह सरकारों को एक ऐसा डेटासेट दे रहा है जो अभूतपूर्व है।
विजेता कौन? जाहिर है, नियामक संस्थाएं और वे बड़ी वित्तीय संस्थाएं जो सरकार के साथ सहयोग करती हैं। उन्हें अब लेनदेन की एक अदृश्य परत मिल गई है जो उन्हें किसी भी पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली की तुलना में कहीं अधिक विस्तृत जानकारी देती है। हारने वाले? वे आम उपयोगकर्ता जो गोपनीयता की उम्मीद में ब्लॉकचेन में आए थे। वे सोचते थे कि वे वित्तीय स्वतंत्रता खरीद रहे हैं, लेकिन उन्होंने अनजाने में एक पारदर्शी, अपरिवर्तनीय डिजिटल रिकॉर्ड खरीद लिया है जो अंततः उन्हें उजागर कर सकता है।
गहराई से विश्लेषण: विकेंद्रीकरण का पतन
ब्लॉकचेन का मूल दर्शन विकेंद्रीकरण है – किसी एक प्राधिकरण (authority) पर भरोसा न करना। लेकिन जब कानून प्रवर्तन एजेंसियां प्रमुख एक्सचेंजों (जैसे कॉइनबेस) के साथ मिलकर काम करती हैं, तो वे प्रभावी रूप से केंद्रीकृत प्रवेश और निकास बिंदुओं (centralized choke points) पर नियंत्रण कर लेती हैं। यह एक विरोधाभास है। क्रिप्टोकरेंसी सुरक्षा (cryptocurrency security) की आड़ में, हम एक ऐसी प्रणाली का निर्माण कर रहे हैं जहां सरकारें जानती हैं कि पैसा कहाँ से आया और कहाँ गया, भले ही वे वॉलेट के मालिक का नाम तुरंत न जान पाएं। यह पिछली सदी के बैंकिंग सिस्टम से कहीं अधिक कठोर नियंत्रण है, क्योंकि यहाँ रिकॉर्ड कभी मिटता नहीं है।
यह सिर्फ अपराधियों को पकड़ने की बात नहीं है; यह भविष्य के निगरानी तंत्र का परीक्षण है। यदि सरकारें आज मनी लॉन्ड्रिंग के लिए ब्लॉकचेन का उपयोग कर सकती हैं, तो कल वे हर नागरिक के वित्तीय व्यवहार को ट्रैक करने के लिए इसका उपयोग कर सकती हैं, भले ही वह कानूनी हो। यह 'डिजिटल बहीखाता' भविष्य में व्यक्तिगत वित्तीय स्वायत्तता पर सबसे बड़ा खतरा बन सकता है।
भविष्य की भविष्यवाणी: 'पहचान योग्य ब्लॉकचेन' का उदय
मेरा मानना है कि अगले पांच वर्षों में, हम 'पहचान योग्य ब्लॉकचेन' (Identifiable Blockchains) की ओर एक बड़ा बदलाव देखेंगे। गोपनीयता-केंद्रित सिक्के (जैसे मोनेरो) या तो पूरी तरह से प्रतिबंधित हो जाएंगे या उन्हें प्रमुख वैश्विक एक्सचेंजों से हटा दिया जाएगा। सरकारों द्वारा समर्थित या नियंत्रित निजी ब्लॉकचेन (CBDCs) मुख्यधारा बन जाएंगे। कानून प्रवर्तन के दबाव के कारण, सार्वजनिक ब्लॉकचेन प्रदाता भी KYC (अपने ग्राहक को जानें) नियमों को लागू करने के लिए मजबूर होंगे, जिससे बिटकॉइन और एथेरियम जैसे प्लेटफॉर्म भी अंततः 'ट्रैसेबल' हो जाएंगे। ब्लॉकचेन तकनीक (blockchain technology) का उपयोग 'अदृश्य' होने के लिए नहीं, बल्कि 'पता लगाने योग्य' होने के लिए किया जाएगा।
मुख्य निष्कर्ष (TL;DR)
- ब्लॉकचेन अब अपराधियों को ट्रैक करने का एक शक्तिशाली उपकरण है, न कि केवल एक निजी मंच।
- कानून प्रवर्तन अब सार्वजनिक लेजरों से जानकारी निकालने में माहिर हो रहे हैं।
- गोपनीयता की तलाश करने वाले उपयोगकर्ता अनजाने में सरकार के लिए एक स्थायी रिकॉर्ड बना रहे हैं।
- भविष्य में, केंद्रीकृत प्रवेश बिंदु (exchanges) निगरानी के मुख्य लक्ष्य होंगे।
यह तकनीकी प्रगति है, लेकिन यह व्यक्तिगत स्वतंत्रता की कीमत पर आ रही है। सतर्क रहें कि आप किसे अपना डिजिटल जीवन सौंप रहे हैं।