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ब्लॉकचेन का असली सच: कौन कमा रहा है और किसे बनाया जा रहा है 'मूर्ख'?

By Krishna Singh • December 21, 2025

ब्लॉकचेन का असली सच: कौन कमा रहा है और किसे बनाया जा रहा है 'मूर्ख'?

हर तरफ **ब्लॉकचेन (Blockchain)** की चर्चा है। बड़े बैंक, सरकारें, और टेक दिग्गज इस तकनीक को भविष्य का आधार बता रहे हैं। लेकिन इस हाइप के शोर में एक ऐसी सच्चाई दबी हुई है जिसे सुनना कोई नहीं चाहता: यह क्रांति नहीं, बल्कि एक केंद्रीकृत शक्ति का नया रूप हो सकती है। हम बात कर रहे हैं उन गहरी आर्थिक और नियंत्रण की चालों की, जो 'विकेंद्रीकरण' के मुखौटे के पीछे चल रही हैं।

वह अनकहा सच जो कोई नहीं बताएगा

जब **डिजिटल एसेट्स (Digital Assets)** और क्रिप्टोकरेंसी की बात आती है, तो यह माना जाता है कि यह सत्ता को कमजोर करेगी। लेकिन हकीकत यह है कि बड़ी संस्थाएं, जैसे कि डेलॉइट जैसी कंसल्टिंग फर्में और बड़े वित्तीय संस्थान, इस तकनीक को अपनाकर इसे अपनी परिधि में ला रहे हैं। वे इसे 'माइनिंग' के बजाय 'इंफ्रास्ट्रक्चर' के रूप में नियंत्रित कर रहे हैं। असली खेल यह नहीं है कि आप अपना पैसा कहाँ रखते हैं, बल्कि यह है कि उस लेजर (खाता बही) को कौन लिखता और सत्यापित करता है। अधिकांश बड़े **ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट्स** अब भी कुछ ही हाथों में केंद्रित हैं, जिससे यह एक नया 'डिजिटल फ्यूडलिज्म' बन रहा है।

गहराई से विश्लेषण: विकेंद्रीकरण एक भ्रम?

ब्लॉकचेन का मूल सिद्धांत अपरिवर्तनीयता (Immutability) और पारदर्शिता है। लेकिन जब हम एंटरप्राइज ब्लॉकचेन (जैसे कि सप्लाई चेन मैनेजमेंट में) देखते हैं, तो नियंत्रण वापस कुछ चुनिंदा नोड्स के पास चला जाता है। यह एक 'परमिटेड ब्लॉकचेन' बन जाता है। आम निवेशक, जो टोकन खरीदकर सोचता है कि वह सिस्टम से बाहर है, वह वास्तव में एक ऐसे खेल का हिस्सा बन रहा है जहाँ नियम पहले से ही तय हैं। **क्रिप्टोकरेंसी** की अस्थिरता केवल बाजार की चाल नहीं है; यह बड़े खिलाड़ियों को सस्ते में संपत्ति इकट्ठा करने का मौका देती है। यह तकनीक की विफलता नहीं है, यह मानव स्वभाव और पूंजीवाद की जीत है।

डेविड ए. एंडरसन जैसे विशेषज्ञों का तर्क है कि अधिकांश वास्तविक दुनिया के उपयोग के मामलों में, पारंपरिक डेटाबेस ही अधिक कुशल साबित होते हैं, लेकिन मार्केटिंग के लिए 'ब्लॉकचेन' शब्द का उपयोग करना अनिवार्य हो गया है। यह एक फैशनेबल शब्द बन चुका है, जो वास्तविक नवाचार को अस्पष्ट करता है।

भविष्य की भविष्यवाणी: आगे क्या होगा?

अगले पांच वर्षों में, हम देखेंगे कि **ब्लॉकचेन** तकनीक का 'क्रिप्टो' वाला हिस्सा (सट्टा) धीमा पड़ जाएगा, जबकि 'एंटरप्राइज' वाला हिस्सा (सरकारी और कॉर्पोरेट लेजर) हावी हो जाएगा। सरकारें सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) लाएंगी, जो ब्लॉकचेन की शक्ति का उपयोग करते हुए नागरिकों पर अभूतपूर्व निगरानी क्षमता प्रदान करेगी। यह तकनीक विकेंद्रीकरण के बजाय, **अत्यधिक केंद्रीकरण** का सबसे शक्तिशाली उपकरण बन जाएगी। जो लोग आज 'विकेंद्रीकृत वित्त' (DeFi) की वकालत कर रहे हैं, वे जल्द ही पाएंगे कि उन्हें सरकारी डिजिटल आईडी और CBDC से जुड़ी सख्त शर्तों का पालन करना होगा। यह 'डिजिटल पहचान' का नया युग होगा, जो स्वतंत्रता की कीमत पर आएगा।

इस खेल में जीतने के लिए, आपको केवल तकनीक को समझना नहीं है, बल्कि यह समझना होगा कि सत्ता संरचनाएं इसे कैसे अवशोषित कर रही हैं। अधिक जानकारी के लिए, आप विकिपीडिया पर ब्लॉकचेन की वास्तुकला पर अधिक तटस्थ दृष्टिकोण पा सकते हैं।