WorldNews.Forum

सर्कुलर फैशन का मायाजाल: RadiciGroup, Lycra और Triumph किसके लिए खेल रहे हैं यह बड़ा खेल?

By Riya Bhatia • December 17, 2025

सर्कुलर फैशन का मायाजाल: RadiciGroup, Lycra और Triumph किसके लिए खेल रहे हैं यह बड़ा खेल?

फैशन इंडस्ट्री में 'सर्कुलरिटी' (Circular Economy) एक ऐसा शब्द बन गया है जिसे हर कोई दोहरा रहा है। यह एक पवित्र गाय जैसा है—इस पर सवाल उठाना लगभग वर्जित है। लेकिन क्या यह बदलाव वास्तव में क्रांति है, या सिर्फ बड़े खिलाड़ियों द्वारा अपने PR को चमकाने का एक शानदार तरीका? जब **RadiciGroup**, **The LYCRA Company**, और **Triumph** जैसी दिग्गज कंपनियां एक साथ आती हैं, तो हमें सिर्फ उनकी प्रेस विज्ञप्ति पर विश्वास नहीं करना चाहिए। हमें पर्दे के पीछे देखना होगा।

हालिया खबर यह है कि ये तीनों मिलकर टेक्सटाइल कचरे को नए धागों में बदलने की दिशा में काम कर रहे हैं। यह सुनने में शानदार लगता है, खासकर जब दुनिया 'फास्ट फैशन' (Fast Fashion) के कचरे से जूझ रही है। लेकिन असली सवाल यह है: **सर्कुलर फैशन** की इस दौड़ में असली विजेता कौन है? और क्या यह केवल एक ब्रांडिंग रणनीति है?

अनकहा सच: कौन जीत रहा है और कौन हार रहा है?

इस साझेदारी का सबसे बड़ा लाभार्थी कोई उपभोक्ता नहीं, बल्कि स्वयं ये कंपनियां हैं। क्यों? क्योंकि वे अब 'लिनियर मॉडल' (बनाओ, उपयोग करो, फेंको) की देनदारी से बच रहे हैं। पर्यावरण नियमों का दबाव बढ़ रहा है। यदि वे खुद समाधान का हिस्सा नहीं बनते हैं, तो सरकारें उन पर भारी जुर्माना लगाएंगी या प्रतिबंध लगाएंगी। RadiciGroup और Lycra जैसी कंपनियां, जो मुख्य रूप से वर्जिन पॉलिएस्टर और इलास्टेन जैसे सिंथेटिक फाइबर की निर्माता हैं, उनके लिए 'रीसाइक्लिंग' तकनीक में निवेश करना अपने भविष्य को सुरक्षित करना है। यह एक **डिफेंसिव मूव** है। वे बाजार में अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए 'ग्रीन वॉशिंग' (Greenwashing) के आरोपों से बचने का प्रयास कर रहे हैं।

हारने वाले कौन हैं? छोटे इनोवेटर्स। ये बड़ी कंपनियां अपने विशाल संसाधनों और मौजूदा सप्लाई चेन के बल पर छोटे स्टार्ट-अप्स को किनारे लगा सकती हैं जो वास्तव में मौलिक, विघटनकारी (disruptive) समाधान ला रहे हैं। यह गठजोड़ बाजार को नियंत्रित करने का एक तरीका भी हो सकता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि रीसाइक्लिंग की प्रक्रिया उन्हीं के नियंत्रण में रहे।

गहरा विश्लेषण: यह सिर्फ कपड़े नहीं, यह डेटा है

इस पूरी प्रक्रिया का सबसे मूल्यवान उत्पाद कपड़ा नहीं, बल्कि **डेटा** है। यह जानना कि कौन से कपड़े, किन सामग्रियों से बने हैं, और वे कैसे टूटते हैं, भविष्य के उत्पाद डिजाइन के लिए अमूल्य है। The LYCRA Company को यह डेटा मिलेगा कि उनके फाइबर डिग्रेडेशन के बाद कैसे प्रतिक्रिया करते हैं। Triumph को अपने लक्जरी ब्रांड इमेज को बचाने का मौका मिलेगा। यह सहयोग एक बेहतरीन **केस स्टडी** है कि कैसे स्थापित उद्योग बदलते नियामक परिदृश्य (regulatory landscape) में जीवित रहते हैं। हमें याद रखना होगा कि वैश्विक कपड़ा उद्योग का एक बड़ा हिस्सा अभी भी पारंपरिक तरीकों पर निर्भर है। यह साझेदारी एक बूंद है, समुद्र नहीं। (स्रोत: Reuters)

भविष्य की भविष्यवाणी: आगे क्या होगा?

मेरी भविष्यवाणी यह है कि अगले पांच वर्षों में, हम इस साझेदारी के माध्यम से बने उत्पादों को 'प्रीमियम सस्टेनेबल लाइन' के रूप में देखेंगे, जिनकी कीमत सामान्य उत्पादों से 30-40% अधिक होगी। उपभोक्ता इसे खरीदेंगे क्योंकि उन्हें अच्छा महसूस होगा। लेकिन, **सच्चा बदलाव** तब आएगा जब सरकारें 'जवाबदेही विस्तार' (Extended Producer Responsibility - EPR) कानूनों को सख्ती से लागू करेंगी, जैसा कि यूरोपीय संघ में हो रहा है। जब तक रीसाइक्लिंग की लागत को उत्पाद की कीमत में पूरी तरह से शामिल नहीं किया जाता, तब तक यह केवल एक वैकल्पिक, महंगा विकल्प बना रहेगा। असली **सर्कुलर फैशन** तब आएगा जब रीसाइक्लिंग सस्ता हो जाएगा, न कि केवल एक विलासिता।

इस बीच, हमें यह देखना होगा कि क्या ये कंपनियां वास्तव में अपनी पुरानी, गैर-पुनर्नवीनीकरण योग्य इन्वेंट्री (inventory) का निपटान कर रही हैं, या केवल नए, साफ कचरे का निर्माण कर रही हैं। यह सिर्फ एक फैशन स्टेटमेंट नहीं है; यह अर्थशास्त्र और पर्यावरण की लड़ाई है। (अधिक जानने के लिए, टेक्सटाइल रीसाइक्लिंग पर एक अकादमिक विश्लेषण देखें: McKinsey & Company)

हमें **स्थिरता** (Sustainability) की परिभाषा पर सवाल उठाना जारी रखना होगा। क्या यह केवल कचरे को कम करना है, या उत्पादन को मौलिक रूप से बदलना है? (संबंधित उद्योग दृष्टिकोण: WWF)