समाचार पर वापस जाएं

अमेरिका का सबसे बड़ा झूठ: क्या फूड स्टैम्प पर काम की शर्त गरीबी मिटाएगी या गरीबी बढ़ाएगी? (विश्लेषण)

अमेरिका का सबसे बड़ा झूठ: क्या फूड स्टैम्प पर काम की शर्त गरीबी मिटाएगी या गरीबी बढ़ाएगी? (विश्लेषण)

अमेरिका में फूड स्टैम्प (SNAP) को काम से जोड़ने की नीति कितनी खोखली है? यह विश्लेषण आपको असलियत बताएगा।

मुख्य बिंदु

  • फूड स्टैम्प पर काम की शर्तें 'काम करने वाले गरीब' को दंडित करती हैं, न कि आलस को खत्म करती हैं।
  • नीति का वास्तविक उद्देश्य गरीबी उन्मूलन नहीं, बल्कि राजनीतिक रूप से कठोर दिखना है।
  • यह नौकरशाही बढ़ाता है और सबसे जरूरतमंद लोगों के लिए लाभ प्राप्त करना कठिन बनाता है।
  • भोजन सुरक्षा आर्थिक उत्पादकता के लिए आवश्यक है; इसे काम से बांधना उल्टा असर करता है।

गैलरी

अमेरिका का सबसे बड़ा झूठ: क्या फूड स्टैम्प पर काम की शर्त गरीबी मिटाएगी या गरीबी बढ़ाएगी? (विश्लेषण) - Image 1
अमेरिका का सबसे बड़ा झूठ: क्या फूड स्टैम्प पर काम की शर्त गरीबी मिटाएगी या गरीबी बढ़ाएगी? (विश्लेषण) - Image 2
अमेरिका का सबसे बड़ा झूठ: क्या फूड स्टैम्प पर काम की शर्त गरीबी मिटाएगी या गरीबी बढ़ाएगी? (विश्लेषण) - Image 3
अमेरिका का सबसे बड़ा झूठ: क्या फूड स्टैम्प पर काम की शर्त गरीबी मिटाएगी या गरीबी बढ़ाएगी? (विश्लेषण) - Image 4

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

SNAP (फूड स्टैम्प) कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्या है?

SNAP का मुख्य उद्देश्य योग्य कम आय वाले व्यक्तियों और परिवारों को पोषण संबंधी सहायता प्रदान करना है ताकि वे पर्याप्त और पौष्टिक भोजन खरीद सकें।

फूड स्टैम्प कार्यक्रमों में काम की आवश्यकताएं क्या हैं?

कई राज्यों में, काम करने योग्य वयस्कों (ABAWDs) को लाभ जारी रखने के लिए प्रति सप्ताह एक निश्चित संख्या में घंटे काम करना या काम की तलाश करना आवश्यक होता है, अन्यथा उनके लाभ सीमित हो जाते हैं।

क्या काम की शर्तें गरीबी को कम करने में प्रभावी रही हैं?

ऐतिहासिक डेटा बताते हैं कि काम की शर्तें अक्सर गरीबी को कम करने में अप्रभावी रही हैं और इसके बजाय जरूरतमंद लोगों को लाभ से वंचित कर देती हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां रोजगार के अवसर सीमित हैं।

SNAP कार्यक्रम का प्रबंधन कौन करता है?

SNAP कार्यक्रम अमेरिकी कृषि विभाग (USDA) के खाद्य और पोषण सेवा (FNS) द्वारा प्रशासित किया जाता है, लेकिन इसे राज्य एजेंसियों के माध्यम से वितरित किया जाता है।