समाचार पर वापस जाएं
होम/अर्थव्यवस्था और राजनीतिBy Ananya Joshi Arjun Chopra

ट्रम्प का दावा बनाम अमेरिकी महंगाई: कौन सच बोल रहा है और असली खेल क्या है?

ट्रम्प का दावा बनाम अमेरिकी महंगाई: कौन सच बोल रहा है और असली खेल क्या है?

अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों पर ट्रम्प का दावा बनाम ज़मीनी हकीकत। जानिए इस राजनीतिक शोर के पीछे का आर्थिक सच।

मुख्य बिंदु

  • समग्र मुद्रास्फीति धीमी हुई है, लेकिन कीमतें वास्तव में गिर नहीं रही हैं, वे केवल धीमी गति से बढ़ रही हैं।
  • ट्रम्प का दावा चुनावी आधार को साधने के लिए है और यह वास्तविक उपभोक्ता लागत से मेल नहीं खाता।
  • बड़ी कंपनियां उच्च मूल्य निर्धारण के माहौल का लाभ उठा रही हैं, जबकि निम्न आय वर्ग सबसे अधिक प्रभावित है।
  • भविष्य में मुद्रास्फीति 3% के आसपास स्थिर होने की संभावना है, जिससे 2% का पुराना लक्ष्य अप्रासंगिक हो जाएगा।

गैलरी

ट्रम्प का दावा बनाम अमेरिकी महंगाई: कौन सच बोल रहा है और असली खेल क्या है? - Image 1
ट्रम्प का दावा बनाम अमेरिकी महंगाई: कौन सच बोल रहा है और असली खेल क्या है? - Image 2
ट्रम्प का दावा बनाम अमेरिकी महंगाई: कौन सच बोल रहा है और असली खेल क्या है? - Image 3
ट्रम्प का दावा बनाम अमेरिकी महंगाई: कौन सच बोल रहा है और असली खेल क्या है? - Image 4

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

मुद्रास्फीति (Inflation) के धीमा होने का क्या मतलब है?

इसका मतलब है कि वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें अभी भी बढ़ रही हैं, लेकिन पिछले महीनों की तुलना में वृद्धि की दर कम हो गई है। कीमतें नीचे नहीं आ रही हैं।

ट्रम्प का दावा क्यों है कि कीमतें तेजी से गिर रही हैं?

यह दावा मुख्य रूप से राजनीतिक है, जिसका उद्देश्य मौजूदा प्रशासन की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाना और अपने समर्थकों के बीच यह धारणा बनाना है कि उनकी पिछली नीतियां बेहतर थीं।

उपभोक्ताओं के लिए सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र कौन से हैं?

आवास, स्वास्थ्य देखभाल और कुछ खाद्य पदार्थों की कीमतें अभी भी उच्च बनी हुई हैं, जिससे दैनिक जीवनयापन की लागत पर बड़ा असर पड़ रहा है।

फेडरल रिजर्व की भूमिका क्या है?

फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को नियंत्रित करके मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने का प्रयास करता है। राजनीतिक बयानबाजी अक्सर उनकी स्वतंत्रता पर दबाव डालती है।