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होम/अर्थशास्त्र और भू-राजनीतिBy Shaurya Bhatia Riya Bhatia

ट्रम्प-शी मीटिंग का असली खेल: चीन की डगमगाती अर्थव्यवस्था का छिपा हुआ सच!

ट्रम्प-शी मीटिंग का असली खेल: चीन की डगमगाती अर्थव्यवस्था का छिपा हुआ सच!

शी जिनपिंग और ट्रम्प की मुलाकात से पहले, चीन की 'आर्थिक कमजोरी' वह गुप्त हथियार है जिसका किसी ने विश्लेषण नहीं किया। जानिए अंदरूनी दांवपेच।

मुख्य बिंदु

  • चीन की धीमी घरेलू आर्थिक वृद्धि (रियल एस्टेट, बेरोजगारी) शी जिनपिंग के लिए सबसे बड़ा दबाव बिंदु है।
  • यह बैठक ट्रम्प के लिए राजनीतिक जीत और शी के लिए आर्थिक स्थिरता बनाए रखने की आंतरिक आवश्यकता का मिश्रण है।
  • भविष्य में, अस्थायी समझौते के बावजूद, तकनीकी अलगाव के साथ वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं का विखंडन बढ़ेगा।
  • मीडिया केवल टैरिफ पर ध्यान दे रहा है, जबकि असली कहानी चीन के आंतरिक आर्थिक तनाव में निहित है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

शी जिनपिंग और ट्रम्प की बैठक का मुख्य लक्ष्य क्या है?

सतही तौर पर व्यापार तनाव कम करना है, लेकिन शी जिनपिंग के लिए मुख्य लक्ष्य घरेलू आर्थिक दबावों के बीच अपनी राजनीतिक वैधता को मजबूत करने के लिए अमेरिकी पक्ष से कुछ रियायतें हासिल करना है।

चीन की वर्तमान अर्थव्यवस्था की सबसे बड़ी कमजोरी क्या है?

सबसे बड़ी कमजोरियां रियल एस्टेट क्षेत्र का गहरा संकट, रिकॉर्ड उच्च युवा बेरोजगारी दर और उपभोक्ता विश्वास में भारी गिरावट हैं, जो पार्टी के शासन के लिए खतरा पैदा करती हैं।

इस बैठक के बाद अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

एक अस्थायी शांति समझौता हो सकता है, लेकिन लंबे समय में, दोनों देशों के बीच तकनीकी और व्यापारिक अलगाव (decoupling) बढ़ेगा, जिससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार अधिक क्षेत्रीय और खंडित हो जाएगा।

क्या यह बैठक व्यापार युद्ध को समाप्त कर देगी?

संभावना कम है। यह एक अस्थायी विराम हो सकता है, क्योंकि दोनों पक्षों के आंतरिक राजनीतिक हित स्थायी समाधान की अनुमति नहीं देते हैं। यह एक रणनीतिक ठहराव अधिक है।