समाचार पर वापस जाएं

पाकिस्तान का क्रिप्टो सच: वित्तीय आज़ादी या सरकार की नई निगरानी का जाल?

पाकिस्तान का क्रिप्टो सच: वित्तीय आज़ादी या सरकार की नई निगरानी का जाल?

पाकिस्तान में क्रिप्टोकरेंसी का उभार सिर्फ टेक्नोलॉजी नहीं, बल्कि एक गहरा आर्थिक संघर्ष है। जानिए असली विजेता कौन है।

मुख्य बिंदु

  • पाकिस्तान में क्रिप्टो का उपयोग मुख्य रूप से रुपये के अवमूल्यन से बचने के लिए एक बचाव तंत्र है।
  • सरकार का अंतिम लक्ष्य क्रिप्टो को अपनाना नहीं, बल्कि इसे कठोर निगरानी के तहत नियंत्रित करना है।
  • यह स्थिति 'वित्तीय स्वतंत्रता' से अधिक पूंजी नियंत्रण से बचने का एक गुप्त मार्ग बन गई है।
  • भविष्य में अप्रत्यक्ष कर और रिपोर्टिंग आवश्यकताएँ बढ़ेंगी, भले ही ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दिया जाए।

गैलरी

पाकिस्तान का क्रिप्टो सच: वित्तीय आज़ादी या सरकार की नई निगरानी का जाल? - Image 1
पाकिस्तान का क्रिप्टो सच: वित्तीय आज़ादी या सरकार की नई निगरानी का जाल? - Image 2
पाकिस्तान का क्रिप्टो सच: वित्तीय आज़ादी या सरकार की नई निगरानी का जाल? - Image 3
पाकिस्तान का क्रिप्टो सच: वित्तीय आज़ादी या सरकार की नई निगरानी का जाल? - Image 4
पाकिस्तान का क्रिप्टो सच: वित्तीय आज़ादी या सरकार की नई निगरानी का जाल? - Image 5

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या पाकिस्तान में क्रिप्टोकरेंसी खरीदना कानूनी है?

पाकिस्तान में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई स्पष्ट कानून नहीं है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन व्यक्तिगत ट्रेडिंग पर पूरी तरह से रोक नहीं है, जिससे यह एक कानूनी अस्पष्टता (Grey Area) में है।

पाकिस्तान में क्रिप्टो का मुख्य आकर्षण क्या है?

स्थानीय मुद्रा (PKR) के लगातार कमजोर होने और उच्च मुद्रास्फीति के कारण, पाकिस्तानी नागरिक अपनी बचत को स्थिर डिजिटल मुद्राओं (जैसे USDT) में सुरक्षित रखने के लिए क्रिप्टो का उपयोग करते हैं।

क्या पाकिस्तान अपनी खुद की सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) लाएगा?

हाँ, पाकिस्तान इस पर सक्रिय रूप से विचार कर रहा है, लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि CBDC विकेन्द्रीकृत क्रिप्टो (जैसे बिटकॉइन) से पूरी तरह अलग है और सरकार के पूर्ण नियंत्रण में होगी।

क्रिप्टो निवेश पर सरकारी कार्रवाई का अगला संभावित कदम क्या हो सकता है?

सबसे संभावित कदम यह है कि सरकार एक्सचेंजों को विनियमित करने और बड़े लेनदेन पर कठोर KYC/AML (अपने ग्राहक को जानें/एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग) नियमों को लागू करने के लिए कड़े नियम लाएगी।

संबंधित समाचार

भारत का $1.1 ट्रिलियन रोबोटिक्स सपना: कौन बनेगा करोड़पति और कौन होगा बेरोजगार? असली खेल समझिए!
about 21 hours ago

भारत का $1.1 ट्रिलियन रोबोटिक्स सपना: कौन बनेगा करोड़पति और कौन होगा बेरोजगार? असली खेल समझिए!

एंजेल वन की रिपोर्ट पर हंगामा: भारत की मैन्युफैक्चरिंग में रोबोटिक्स क्रांति $1.1 ट्रिलियन जोड़ेगी, लेकिन इसकी छिपी कीमत क्या है?

32 'स्वच्छ-टेक' स्टार्टअप्स: क्या यह क्रांति है या सिर्फ सरकारी अनुदान का नया खेल?
2 days ago

32 'स्वच्छ-टेक' स्टार्टअप्स: क्या यह क्रांति है या सिर्फ सरकारी अनुदान का नया खेल?

MoHUA और IIT कानपुर की नई पहल में 32 क्लीन-टेक स्टार्टअप्स शामिल हुए हैं। लेकिन असली सवाल यह है: क्या ये 'स्टार्टअप्स' भारत की स्वच्छता क्रांति को बदलेंगे?

Huddle Global ’25: नवाचार का शोर या सिर्फ एक और इवेंट? असली खिलाड़ी कौन हैं?
3 days ago

Huddle Global ’25: नवाचार का शोर या सिर्फ एक और इवेंट? असली खिलाड़ी कौन हैं?

हडल ग्लोबल ’25 में स्टार्टअप्स पर फोकस है, लेकिन क्या यह सिर्फ दिखावा है? जानिए असली दांव और भारत के 'स्टार्टअप इकोसिस्टम' का भविष्य।