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होम/सामाजिक मुद्देBy Shaurya Bhatia Diya Sharma

NEP 2020: 5 साल बाद, कौन बनेगा असली विजेता? वह छिपा हुआ सच जो कोई नहीं बता रहा

NEP 2020: 5 साल बाद, कौन बनेगा असली विजेता? वह छिपा हुआ सच जो कोई नहीं बता रहा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के 5 साल: क्या यह सिर्फ कागज़ी क्रांति है? असली शक्ति किसके हाथ में जा रही है, जानिए विश्लेषण।

मुख्य बिंदु

  • NEP 2020 कार्यान्वयन में केंद्रीकरण और विकेंद्रीकरण के बीच तनाव स्पष्ट है।
  • नीति बड़े एड-टेक और कॉर्पोरेट शिक्षा प्रदाताओं के लिए नए बाज़ार खोल रही है।
  • मौलिक विज्ञान और मानविकी की उपेक्षा का जोखिम है क्योंकि ध्यान केवल 'रोज़गार-योग्यता' पर केंद्रित है।
  • भविष्य में, एक स्पष्ट 'दो-स्तरीय' शिक्षा प्रणाली बनने की प्रबल संभावना है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

NEP 2020 का मुख्य उद्देश्य क्या था?

NEP 2020 का मुख्य उद्देश्य भारतीय शिक्षा प्रणाली को 21वीं सदी की जरूरतों के अनुरूप बनाना, बहु-विषयक शिक्षा को बढ़ावा देना, और रटने की संस्कृति को समाप्त करना था।

क्या NEP 2020 के कारण शिक्षा का निजीकरण बढ़ रहा है?

विश्लेषण के अनुसार, नीति में व्यावसायिक और कौशल विकास पर बढ़ते ज़ोर के कारण बड़े निजी शिक्षा संस्थानों और एड-टेक कंपनियों को अधिक अवसर मिल रहे हैं, जिससे निजीकरण की प्रवृत्ति बढ़ सकती है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति में त्रि-भाषा सूत्र क्या है?

त्रि-भाषा सूत्र (Three Language Formula) के तहत छात्रों को कम से कम दो भारतीय भाषाओं (जिनमें से एक मातृभाषा/स्थानीय भाषा हो) और एक विदेशी भाषा सीखने का विकल्प दिया जाता है, हालांकि इसका कार्यान्वयन राज्यों पर निर्भर करता है।

NEP 2020 में स्कूली शिक्षा की संरचना क्या प्रस्तावित है?

NEP 2020 ने 10+2 संरचना को समाप्त कर 5+3+3+4 संरचना (फाउंडेशनल, प्रिपरेटरी, मिडिल, और सेकेंडरी स्टेज) को प्रस्तावित किया है।