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होम/टेक्नोलॉजी और करियरBy Aarohi Joshi Riya Bhatia

PhD की ज़रूरत नहीं? पूर्व-मेटा एक्जीक्यूटिव का AI करियर मंत्र: असली खेल कौन खेल रहा है?

PhD की ज़रूरत नहीं? पूर्व-मेटा एक्जीक्यूटिव का AI करियर मंत्र: असली खेल कौन खेल रहा है?

AI करियर में सफलता के लिए PhD ज़रूरी नहीं? यह खबर वायरल है, पर इसके पीछे छिपी 'असली सच्चाई' और भविष्य की दिशा क्या है, जानिए।

मुख्य बिंदु

  • AI करियर के लिए PhD अनिवार्य नहीं है, व्यावहारिक कौशल प्राथमिकता है।
  • यह बदलाव टेक कंपनियों को त्वरित समाधान प्रदान करने वालों को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित कर रहा है।
  • मौलिक अनुसंधान के लिए अकादमिक गहराई (PhD) अभी भी महत्वपूर्ण है, खासकर अगली पीढ़ी के AI के लिए।
  • भारत को तकनीकी निर्भरता से बचने के लिए मौलिक अनुसंधान में निवेश जारी रखना होगा।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

AI में करियर बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कौशल क्या हैं?

सबसे महत्वपूर्ण कौशल प्रोग्रामिंग (विशेष रूप से पायथन), सांख्यिकी की मजबूत समझ, और प्रमुख AI फ्रेमवर्क (जैसे टेन्सरफ्लो) का व्यावहारिक अनुभव है।

क्या बिना डिग्री के भी बड़ी टेक कंपनियों में नौकरी मिल सकती है?

हाँ, विशेष रूप से जूनियर और मिड-लेवल भूमिकाओं में, यदि आपके पास मजबूत पोर्टफोलियो और ओपन-सोर्स योगदान हैं। हालाँकि, उच्च-स्तरीय शोध पदों के लिए डिग्री अभी भी मानक है।

AI क्षेत्र में मास्टर डिग्री (MS) का क्या महत्व है?

मास्टर डिग्री एक अच्छा संतुलन प्रदान करती है; यह आपको PhD की लंबी प्रतिबद्धता के बिना गहन सैद्धांतिक ज्ञान और विशेषज्ञता प्रदान करती है, जो उद्योग में बहुत मूल्यवान है।

भारत में AI अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए क्या आवश्यक है?

भारत को शैक्षणिक संस्थानों और निजी उद्योग के बीच मजबूत साझेदारी बनाने की आवश्यकता है ताकि अनुसंधान को अकादमिक अलगाव से निकालकर वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों में तेज़ी से लाया जा सके।