समाचार पर वापस जाएं
होम/अर्थव्यवस्था और संस्कृतिBy Shaurya Bhatia Myra Khanna

उत्पादकता का झूठ: कौन है जो इस 'कल्ट' से खरबों कमा रहा है, और हम क्यों मर रहे हैं?

उत्पादकता का झूठ: कौन है जो इस 'कल्ट' से खरबों कमा रहा है, और हम क्यों मर रहे हैं?

उत्पादकता कल्ट का काला सच सामने! यह सिर्फ़ समय प्रबंधन नहीं, बल्कि एक नया पूंजीवादी हथियार है। जानिए असली विजेता कौन हैं।

मुख्य बिंदु

  • उत्पादकता उद्योग एक खरबों डॉलर का भ्रम है जो व्यक्तिगत विफलता का दोष आप पर डालता है।
  • यह 'कल्ट' कॉर्पोरेट शक्ति को मजबूत करता है, न कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता को।
  • भविष्य में 'एंटी-प्रोडक्टिव मूवमेंट' का उदय हो सकता है जो जानबूझकर धीमेपन को अपनाएगा।
  • असली सवाल यह नहीं है कि आप कितना करते हैं, बल्कि यह है कि आप किसके लिए करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

उत्पादकता कल्ट का मुख्य लक्ष्य क्या है?

इसका मुख्य लक्ष्य लोगों को यह विश्वास दिलाना है कि वे हमेशा पर्याप्त रूप से काम नहीं कर रहे हैं, जिससे वे लगातार उत्पादकता बढ़ाने वाले उपकरण, पाठ्यक्रम और सेवाओं पर पैसा खर्च करते रहें।

क्या कार्यक्षमता (Efficiency) हमेशा अच्छी होती है?

नहीं। जब कार्यक्षमता को मानवीय अर्थ या स्वास्थ्य से ऊपर रखा जाता है, तो यह केवल शोषण के एक नए रूप में बदल जाती है। यह अक्सर गुणवत्ता की कीमत पर मात्रा को बढ़ावा देती है।

एंटी-प्रोडक्टिव मूवमेंट क्या है?

यह एक उभरता हुआ सांस्कृतिक रुझान है जहाँ लोग जानबूझकर धीमा काम करने, आराम को प्राथमिकता देने और उन गतिविधियों को अस्वीकार करने का चयन करते हैं जिनका एकमात्र उद्देश्य आर्थिक लाभ या 'उत्पादन' है।

इस कल्ट से बचने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

अपनी गतिविधियों के पीछे के उद्देश्य पर सवाल उठाना। यह पहचानना कि आराम एक आवश्यकता है, विलासिता नहीं। और उन उपकरणों पर खर्च कम करना जो आपको हमेशा 'ऑन' रहने के लिए प्रेरित करते हैं।