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क्रिप्टो ATM: वह काला सच जिसे रिटेलर्स छिपा रहे हैं, जब स्कैमर्स कर रहे हैं करोड़ों की कमाई

क्रिप्टो ATM: वह काला सच जिसे रिटेलर्स छिपा रहे हैं, जब स्कैमर्स कर रहे हैं करोड़ों की कमाई

क्रिप्टो ATM स्कैम का बढ़ता जाल: जानिए कैसे छोटे दुकानदार इस डिजिटल अपराध के सबसे बड़े लाभार्थी बन रहे हैं।

मुख्य बिंदु

  • क्रिप्टो एटीएम धोखाधड़ी के लिए अंतिम बिंदु बन रहे हैं, जिसमें रिटेलर्स उच्च कमीशन के कारण अनजाने में सहयोग कर रहे हैं।
  • ये मशीनें क्रिप्टो के विकेंद्रीकरण के वादे का उल्लंघन करती हैं, क्योंकि वे अनियंत्रित नकद-से-क्रिप्टो रूपांतरण की अनुमति देती हैं।
  • भविष्य में, नियामक दबाव एटीएम ऑपरेटरों को निशाना बनाएगा, जिससे छोटे रिटेलर्स के लिए यह व्यवसाय अलाभकारी हो जाएगा।
  • असली विजेता स्कैमर और कमीशन कमाने वाले एटीएम ऑपरेटर हैं, जबकि आम नागरिक अपनी बचत खो रहे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्रिप्टो एटीएम स्कैमर्स के लिए इतने आकर्षक क्यों हैं? (क्रिप्टो स्कैम के लिए उच्च कीवर्ड घनत्व बनाए रखना है।)

क्रिप्टो एटीएम आकर्षक हैं क्योंकि वे तेजी से नकद को क्रिप्टोकरेंसी में बदलते हैं, अक्सर न्यूनतम पहचान सत्यापन (KYC) के साथ। स्कैमर पीड़ितों को तत्काल भुगतान करने के लिए मजबूर करते हैं, और एटीएम तुरंत धन को ब्लॉकचेन पर स्थानांतरित कर देते हैं, जिससे इसे ट्रैक करना कठिन हो जाता है। यह <strong>क्रिप्टो स्कैम</strong> की सफलता दर बढ़ाता है।

क्या रिटेलर्स क्रिप्टो एटीएम से होने वाले घोटालों के लिए कानूनी रूप से जिम्मेदार हैं?

वर्तमान में, अधिकांश न्यायालयों में, रिटेलर्स को केवल मशीन लगाने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है, न कि प्रत्येक लेनदेन की सामग्री के लिए। हालाँकि, जैसे-जैसे जागरूकता बढ़ रही है, यदि वे धोखाधड़ी गतिविधियों के बारे में जानते हैं और फिर भी कमीशन लेते हैं, तो उन पर मनी लॉन्ड्रिंग नियमों के उल्लंघन के लिए मुकदमा चलाया जा सकता है। यह <strong>क्रिप्टोकरेंसी</strong> क्षेत्र में एक ग्रे एरिया है।

क्रिप्टो एटीएम से जुड़े सबसे आम घोटाले कौन से हैं?

सबसे आम घोटाले सरकारी एजेंसी प्रतिरूपण (Impersonation) घोटाले हैं, जहाँ स्कैमर खुद को आईआरएस या पुलिस बताते हैं और पीड़ितों को 'जुर्माना' भरने के लिए क्रिप्टो खरीदने के लिए मजबूर करते हैं। इसके बाद 'रोमांस स्कैम' और 'तकनीकी सहायता घोटाले' भी बहुत प्रचलित हैं।

भारत में <strong>क्रिप्टो एटीएम</strong> की वर्तमान स्थिति क्या है?

भारत में क्रिप्टो एटीएम की स्थिति जटिल और अस्पष्ट है। केंद्रीय बैंक (RBI) और सरकार ने क्रिप्टो संपत्तियों पर सख्त रुख अपनाया है। हालाँकि कुछ निजी प्रयास हुए हैं, लेकिन नियामक अनिश्चितता के कारण भारत में इनका व्यापक प्रसार नहीं हो पाया है जैसा कि अमेरिका या यूरोप में है। नियामक स्पष्टता की कमी के कारण बड़े पैमाने पर परिचालन मुश्किल है।