समाचार पर वापस जाएं
होम/गहन विश्लेषणBy Shaurya Bhatia Arjun Khanna

जलवायु परिवर्तन का अनदेखा सच: क्यों बढ़ रही है दिन-रात की तापमान की 'अराजकता'?

जलवायु परिवर्तन का अनदेखा सच: क्यों बढ़ रही है दिन-रात की तापमान की 'अराजकता'?

ग्लोबल वार्मिंग सिर्फ गर्मी नहीं बढ़ा रही, बल्कि मध्य-निम्न अक्षांशों में तापमान की अस्थिरता को चरम पर ले जा रही है। यह बड़ा खतरा है।

मुख्य बिंदु

  • मध्य-निम्न अक्षांशों में दिन-रात के तापमान का अंतर खतरनाक रूप से बढ़ रहा है, जो एकल तापमान वृद्धि से अधिक चिंताजनक है।
  • यह कृषि चक्रों को बाधित करता है और बुनियादी ढांचे की विफलता को तेज करता है।
  • जलवायु परिवर्तन अब एक रैखिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि अप्रत्याशित और तीव्र झटकों का युग है।
  • बीमा और ऊर्जा क्षेत्र इस बढ़ी हुई अनिश्चितता से आर्थिक लाभ उठा सकते हैं।

गैलरी

जलवायु परिवर्तन का अनदेखा सच: क्यों बढ़ रही है दिन-रात की तापमान की 'अराजकता'? - Image 1
जलवायु परिवर्तन का अनदेखा सच: क्यों बढ़ रही है दिन-रात की तापमान की 'अराजकता'? - Image 2
जलवायु परिवर्तन का अनदेखा सच: क्यों बढ़ रही है दिन-रात की तापमान की 'अराजकता'? - Image 3

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

दिन-रात के तापमान में अत्यधिक अंतर (DTR) का मुख्य कारण क्या है?

मुख्य कारण ग्रीनहाउस गैसों द्वारा पृथ्वी से निकलने वाली लंबी-तरंग विकिरण (Longwave Radiation) का फंसना है। बादल और जल वाष्प की मात्रा में परिवर्तन भी रात के तापमान को प्रभावित कर रहे हैं, जिससे यह अंतर बढ़ रहा है।

भारत के किसानों पर इसका सबसे बुरा असर क्या होगा?

अचानक और अप्रत्याशित तापमान परिवर्तन (विशेषकर रात में) रबी और खरीफ दोनों फसलों के फूल आने और दाना भरने की प्रक्रिया को गंभीर रूप से बाधित करेंगे, जिससे पैदावार में भारी गिरावट आ सकती है।

क्या यह घटना केवल मध्य-निम्न अक्षांशों तक ही सीमित है?

शोध मुख्य रूप से मध्य-निम्न अक्षांशों पर केंद्रित है, क्योंकि यहां मानव आबादी और कृषि निर्भरता अधिक है। हालांकि, उच्च अक्षांशों पर भी पैटर्न बदल रहे हैं, लेकिन भिन्न तरीकों से।

तापमान की अस्थिरता से बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?

अल्पकालिक उपायों में फसल विविधीकरण और उन्नत सिंचाई शामिल है। दीर्घकालिक समाधानों में कठोर उत्सर्जन कटौती और ऐसी शहरी नियोजन रणनीतियाँ शामिल हैं जो तापमान के चरम बदलावों को अवशोषित कर सकें।